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मोहल्ला सभाओं का संभावित प्रारूपआजादी की दूसरी लढ़ाई जो शुरू हो चुकी है , उसको मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए ग्रामो मे ग्राम ..... |
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मोहल्ला सभाओं का संभावित प्रारूप
आजादी की दूसरी लढ़ाई जो शुरू हो चुकी है , उसको मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए ग्रामो मे ग्राम सभाए और श्हरों मे मोहल्ला सभाओ की स्थापना अत्यंत आवश्यक है । इस लिए उस का एक प्रारूप प्रस्तुत कर रहा हूँ । नाम --- इनको 'गण' नाम से पुकारा जा सकता है । आकार ---एक पूलिंग बूथ अथवा एक चेक के अंतर्गत आने वाले समस्त मकानो के निवासी इसके सदस्य होंगे और इनके द्वारा ही गण की साधारण सभा का निर्माण होगा । स्वरूप --- गण की साधारण सभा के सदस्य निम्न पाँच सदस्यो का चयन करे गे (1) एक वरिष्ठ सदस्य ,जो अध्यक्ष होगा । (2) एक ग्रहणी ,जो उपाध्यक्ष होगी । (3) एक युवा छात्र ,जो सचिव होगा । (4) एक व्यापारी वर्ग से जो सह सचिव होगा । (5) एक सेवा क्षेत्र से जो सह सचिव होगा । उपरोक्त सभी पद बिना किसी जाती भेद और लिंग भेद के च्यनित होंगे । केवल उपाध्यक्ष पद महिला के लिए ही होगा । इस प्रकार गण की कार्यकरणी समिति का निर्माण होगा । अध्यक्ष को अधिकार होगा कि समित को संतुलित करने के लिए दो अन्य सदस्यों को नामित कर सकता है । * यह पदाधिकारी उस क्षेत्र के स्थायी निवासी और सम्मानित नागरिक होने चाहिए । * यह पदाधिकारी किसी राजनीतिक दल के सदस्य नहीं होने चाहिए । वह न तो किसी राजनीतिक दल का प्रचार करे गे , और न ही कभी चुनाव लडेगे । * इस संगठन का कोई स्दस्यता शुल्क नहीं होगा ,परंतु इसके प्रत्येक सदस्य से आपेक्षा होगी कि वोह गण ,समाज और देश के लिये प्रति दिन अथवा प्रति सप्ताह अथवा प्रति माह कुछ घंटे अवश्य अर्पित करे । * इसकी कार्यकरणी समित की बैठक सप्ताह मे एक बार और साधारण सभा की बैठक माह मे एक बार अवश्य होनी चाहिये । * यह संगठन क्षेञ , समाज और देश के हित मे कार्य करे गा । इसका प्रत्येक सदस्य अन्ना का सिपाही बन कर आज़ादी की दूसरी लडाई मे भाग लेगा और उनके निर्देशो का पालन करेगा । यह मेरा प्रस्ताव है । इस पर चर्चा होनी चाहिए । इसपर वाद विवाद होना चाहिए । इस पर सुझाव दिए जाने चाहिए । और जो अंतिम निष्कर्ष निकले उसके अनुसार देश भर मे इस संगठन का निर्माण होना चाहिए । यह संगठन ही आज़ादी की दूसरी लडाई मे शक्ति के केंद्र होगे । |