अण्णा जी,
आपको कोटि कोटि धन्यवाद | केवल इसलिए हि नहीं कि आपने हमारे लिए कड़ा संघर्ष किया बल्कि इस कारण से भी कि आपने इस देश के हर एक व्यक्ति को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि वह अपने देश के लिए क्या सोचता है | आपने उन बुझे या बुज - दिलों को सुलगा के प्रबुद्ध कर दिया जो चाह कर भी साहस नहीं जुटा पाते थे | आपने इस विचारहीन समाज को अपने विचारों से प्रेरित किया है |
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