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बदली हुई फिजाएक इंसान उठा उसकी आवाज उठी रण में जैसे शंखनाद बजा सोया हुआ इंसान जगा जिस देह मे ं बहता ..... |
#1
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बदली हुई फिजा
एक इंसान उठा उसकी आवाज उठी रण में जैसे शंखनाद बजा सोया हुआ इंसान जगा जिस देह में बहता खून बन गया था पानी उसने भर दी उसमें रवानी आज मैं मैं नहीं तू तू नहीं हर एक बन गया हिन्दुस्तानी |
#2
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hum ramleela maidan nahi ja sake par jaipur mein hi anna hazaee ke liye flag march nikal rahe hai, jai hind,
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