x`आज जो भी स्थिति दलित वर्ग की है.... उसके लिए ज़िम्मेदार राजनीतिक, प्रशाशक वर्ग ही है... वो नहीं चाहता की इनका उत्थान हो और वे इस योग्य बने की अपने पेरों पर खड़े हो जाएँ....वरना इन्हें वोट कैसे मिलेंगे ... और इनका अपना स्वार्थ कैसे सिद्ध होगा.
दलितों के नाम पर कई योजनाये चलायी जाती है...और इनके मद में मिला धन मिल बंट कर खा लिया जाता है.... या..., दलितों को फिर उसी स्थिति में पहुंचा दिया जाता है.....
दलितों के उत्थान में रिज़र्वेशन सबसे बाधा रोढ़ा और पंगु को पंगु बनाये रखने सामान है...उसका होंसला उसे उचित व् फ्री शिक्षा दे कर करनी चाहिए न की रेज़र्वाशन दे कर..
रेज़र्वाशन हमारे समाज में भेद्वाव को बढ़ावा देने का एक माध्यम है... इससे दूरियां कम होने में और ज्यादा समय लगा है...
नमस्कार
आर त्यागी
Last edited by RTyagi; 08-15-2011 at 06:10 PM
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